फूलों से भी खुबसूरत होना
मेरी आसिकी की जरुरत होना
डगमगाए मेरे कदम जहा पर
आगे बढकर मुझे थम तू लेना
तुझेसे तेरी बफा की उमीद करता हूँ
मुझसे मेरी बफा की उमीद तू करना
मचलते हो जब्जात कुछ कहने को
नजरो से ही कहना इनको तू जुबा ना देना
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