प्रिये प्राणनाथ
सादर प्रणाम
तोहरा से झूठे झगड़ा कर
हम भाग के अइली नहिरा में
सेकर फल हम अइसन पैलि
की मनमा लॉटल तोहरा में
मां बाप की चलती बंद हुई
भाई भाभी का बोलबाल
बबुआ के पापा रामराम
आबे के अब ना भाड़ा बा
रउआ के एक सहारा बा
हो गइल भारी गलती हमसे
रउआ बिन कौन हमारा बा
बानी हम घोर हतासा में
बइठल बानी राउर आशा में
भोजन के भी आश्रित बानी
रितल बा सब पैसा तमाम
बबुआ के पापा राम राम
कवि